दिल्ली की भाजपा सरकार ने बुधवार को पूर्ववर्ती आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार पर कोविड काल के दौरान एक और गंभीर घोटाला करने का आरोप लगाया। भाजपा ने बाबा साहेब आंबेडकर के नाम पर चलाई गई ‘जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना’ में कथित रूप से 145 करोड़ रुपए के घोटाले का दावा किया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सिफारिश पर एलजी वीके सक्सेना ने एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) को जांच के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘वर्ष 2020-21 में आप सरकार द्वारा चलाई जा रही जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना में गंभीर वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं।’ ‘इस योजना का बजट सिर्फ 15 करोड़ रुपए था, लेकिन आप सरकार ने 145 करोड़ से ज्यादा के फर्जी बिलों वाली फाइलों को आगे बढ़ा दिया। आप ने दलितों के नाम पर सत्ता हथिया कर दलित बच्चों के भविष्य को लूटा है। भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) अब इन वित्तीय अनियमितताओं की जांच करेगी। बहुत जल्द दूध का दूध और पानी का पानी होगा।’ शिक्षा मंत्री बोले- शराब घोटाले की तरह इसमें भी वित्तीय अनियमितताएं
दिल्ली सरकार में गृह, शिक्षा एवं उच्च शिक्षा मंत्री आशीष सूद और एससी/ एसटी कल्याण मंत्री रविंद्र इंद्राज सिंह ने मामले को लेकर कहा, ‘2018 में शुरू इस योजना का उद्देश्य एससी/एसटी और कमजोर वर्ग के बच्चों को मुफ्त कोचिंग देना था, लेकिन महामारी के दौरान शराब घोटाले की तरह इसमें भी वित्तीय अनियमितताएं की गईं।’ ‘इस योजना के तहत वर्ष 2018 में 4900 और 2019 में 2071 छात्रों को कोचिंग देने का प्रस्ताव था, लेकिन कोविड महामारी के दौरान जब लाखों परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहे थे, तब आप के नेताओं ने कोचिंग माफिया के साथ मिलकर भारी घोटाला किया।’ अदालत के माध्यम से कोचिंग संस्थानों को भुगतान कराया
शिक्षा मंत्री सूद ने आरोप लगाया कि कोचिंग संस्थानों का असल बिल 15 करोड़ होना चाहिए था, लेकिन 31 जुलाई 2021 से अगस्त 2022 के बीच प्राइवेट कोचिंग संस्थानों ने 145 करोड़ रुपए का बिल भुगतान के लिए प्रस्तुत किया। AAP सरकार ने इन बिलों के भुगतान के लिए कोचिंग संस्थानों को अदालत भेज दिया। इस तरह अदालत के एक आदेश के माध्यम से कोचिंग संस्थानों को भुगतान कराया गया। कोचिंग सेंटरों की सूची में 13 हजार बच्चों के नाम थे, लेकिन सरकारी जांच में केवल 3 हजार बच्चे पात्र पाए गए। वहीं, मंत्री रविंद्र इंद्राज सिंह ने कहा, इस घोटाले में लगभग 35 निजी संस्थान संलिप्त हैं। उनके पास 100 छात्रों की भी जानकारी नहीं है। दिल्ली शराब नीति मामले में AAP पर 100 करोड़ घोटाले का आरोप
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी (AAP) पर 2021‑22 की शराब नीति में हेरफेर कर शराब व्यापारियों को फायदा पहुंचाने का आरोप है। इसके मुताबिक, शराब व्यापारियों को टेंडर बदले में उनसे 100 करोड़ रुपए की रिश्वत ली गई। आप ने इस रिश्वत के पैसे का इस्तेमाल 2022 के गोवा विधानसभा चुनावों के दौरान किया। CBI और ED शराब घोटाले में भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह को इस मामले में गिरफ्तार भी किया गया था। हालांकि, तीनों अब जमानत पर बाहर हैं। ……………………………………….. आम आदमी पार्टी से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… पंजाब CM मान बोले- PM कहां जाते, हमें पूछने का हक नहीं?: कभी हमें सरदार जी कहते, कभी गद्दार, खुद पाक में बिरयानी खाते पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 11 जुलाई को विधानसभा सत्र के दौरान कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी चंद्रयान की बातें करते हैं, लेकिन सीवरेज के ढक्कन पूरे नहीं हो रहे हैं। विश्व गुरु बनने की बातें करते हैं, लेकिन हमें बुलाते नहीं हैं। कभी हमें सरदार जी कहते हैं, तो कभी गद्दार। जबकि पीएम साहब खुद बिरयानी खाने पाकिस्तान चले जाते हैं।’ पूरी खबर पढ़ें… शराब ठेकेदारों को छूट से 144 करोड़ और लाइसेंस में देरी से 1831 करोड़ का घाटा; क्या CAG रिपोर्ट से फंसेंगे केजरीवाल दिल्ली की CM रेखा गुप्ता ने 25 फरवरी को विधानसभा सत्र के दूसरे ही दिन शराब नीति पर CAG रिपोर्ट पेश की। LG वीके सक्सेना ने कहा कि पिछली सरकार ने रिपोर्ट को रोककर संविधान का खुलेआम उल्लंघन किया। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि नई शराब नीति से दिल्ली सरकार को 2002 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। पूरी खबर पढ़ें…