मोदी बोले- राहुल कांग्रेस के युवा नेताओं से घबराते हैं:NDA की बैठक में कहा- परिवारवाद और असुरक्षा की वजह से उन्हें बोलने नहीं दिया जाता

संसद के आखिरी दिन लोकसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद पीएम मोदी ने NDA गठबंधन के नेताओं के साथ चाय पर बैठक की। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार इसी दौरान मोदी ने कहा- विपक्ष, खासकर कांग्रेस में कई युवा और प्रतिभाशाली नेता हैं। लेकिन परिवारवाद और असुरक्षा के कारण उन्हें बोलने का मौका नहीं मिलता है। PM मोदी ने कहा, कांग्रेस के युवा नेताओं की मौजूदगी से राहुल गांधी असुरक्षित और घबराए हुए महसूस कर सकते हैं। इसके अलावा, पीएम ने कहा कि संसद का मानसून सत्र शानदार रहा। इसमें कई महत्वपूर्ण बिल पास हुए। साथ ही विपक्ष की आलोचना की, क्योंकि उन्होंने महत्वपूर्ण बिलों पर बहस करने के बजाय हंगामा किया। इंडिया टुडे ने सोर्स के हवाले से बताया कि इस बैठक में कोई विपक्षी नेता शामिल नहीं हुआ। PM ने ऑनलाइन गेमिंग बिल की तारीफ की
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में बातचीत के दौरान ऑनलाइन गेमिंग बिल की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह ऐसा कानून है जिसका दूरगामी असर होगा और जिस पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए। लोकसभा के बाद आज राज्यसभा में ऑनलाइन गेमिंग बिल ध्वनिमत से पारित हुआ। इस विधेयक का उद्देश्य ई-स्पोर्ट्स और ऑनलाइन सोशल गेमिंग को बढ़ावा देते हुए हर तरह के ऑनलाइन मनी गेम्स पर प्रतिबंध लगाना है। मानसून सत्र: लोकसभा में 120 घंटे की जगह 37 घंटे ही चर्चा हो सकी संसद के मानसून सत्र का आज आखिरी दिन है। सत्र की शुरुआत 21 जुलाई से हुई थी। दोनों सदनों में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा को छोड़कर इस सत्र में बहुत कम कामकाज हुआ है। एक महीने लंबे सत्र के दौरान लोकसभा ने 12 और राज्यसभा ने 15 विधेयक पास किए, लेकिन बार-बार व्यवधान, स्थगन और बायकॉट जारी रहा। आखिरी दिन की कार्यवाही के दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बताया कि सदन में 120 घंटे चर्चा का समय निर्धारित किया गया था सिर्फ 37 घंटे ही चर्चा हो सकी। इसके साथ लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। पूरी खबर पढ़ें… —————————- ये खबर भी पढ़ें… राहुल बोले- देश को मध्यकाल में धकेला जा रहा:तब राजा का मूड ही कानून था, वे नापसंद लोगों को गिरफ्तार करवा देते थे कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्रियों या मंत्रियों को गंभीर केस में गिरफ्तारी पर पद से हटाने से जुड़े तीन बिलों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि देश को मध्ययुगीन काल में वापस धकेला जा रहा है, जब राजा किसी को भी गिरफ्तार करवा देते थे, जो उन्हें पसंद नहीं होता था। पूरी खबर पढ़ें…

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