आवारा कुत्तों पर विवाद के बीच PM मोदी बोले:एनिमल लवर्स गाय को जानवर नहीं मानते; SC ने डॉग लवर्स के पक्ष में फैसला सुनाया था

देश भर में आवारा कुत्तों पर विवाद के बीच PM मोदी ने एनिमल लवर्स पर चुटकी ली। उन्होंने 12 सितंबर को दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मैं पिछले दिनों कुछ एनिमल लवर्स से मिला। हमारे देश में ऐसे बहुत एनिमल लवर्स हैं और विशेषता है कि वे गाय को एनिमल नहीं मानते। PM की बातों पर कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और हॉल में बैठे लोग ठहाके लगाकर हंसने लगे। प्रधानमंत्री भी मुस्कुराने लगे और लोगों से उन्होंने पूछा- क्यों, आपको हंसी आ गई? पूरे वाकिये का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल, 11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश में दिल्ली-NCR के आवासीय इलाकों से सभी आवारा कुत्तों को 8 हफ्तों में हटाकर हमेशा के लिए शेल्टर होम में भेजने का आदेश दिया था। इस आदेश का देश भर में डॉग लवर्स ने सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक विरोध किया था। 22 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने अपना आदेश पलट दिया। कोर्ट ने फैसले में संशोधन करते हुए आक्रामक या पागल कुत्तों को छोड़कर, सभी आवारा कुत्तों को नसबंदी और टीका लगाने के बाद वापस वहीं छोड़ने का आदेश दिया, जहां से उन्हें पकड़ा गया था। PM आवास में गाय पालते हैं प्रधानमंत्री मोदी प्रधानमंत्री मोदी खुद एक गौ प्रेमी हैं। वे दिल्ली के 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास में भी गाय पालते हैं। उन्होंने कई बार अपने आवास पर गायों के साथ समय बिताते पलों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। PM मोदी ने जनवरी 2024 में, मकर संक्रांति पर पुंगनूर (गाय का ब्रीड) गायों को चारा खिलाते हुए अपना एक वीडियो साझा किया था। पुंगनूर छोटी कद की, बैलों की तरह दिखने वाली गायों की एक भारतीय नस्ल है। इनकी ऊंचाई औसतन 3 से 5 फीट और वजन 115 से 200kg तक होता है। 14 सितंबर, 2024 को प्रधानमंत्री मोदी ने X पर बताया था कि उनके आवास पर एक गाय ने एक बछिया को जन्म दिया है, जिसके माथे पर ‘प्रकाश का प्रतीक’ है। PM ने बछड़े का नाम दीपज्योति रखा था, जिसका मतलब है ‘दीपक की रोशनी’। मोदी सरकार ने 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद गौ संरक्षण के लिए कई पहल शुरू की हैं। उन्होंने 2019 में राष्ट्रीय कामधेनु आयोग (RKA) की स्थापना की थी। मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाले RKAकी स्थापना गायों और उनकी संतानों के संरक्षण, सुरक्षा और विकास के लिए की गई थी। मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… कुत्तों के हमले से बच्ची की मौत, हर 5 डॉग बाइट विक्टिम में 1 बच्चा; समझें आवारा कुत्तों का बिहेवियर उत्तर प्रदेश के बिजनौर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। यहां 6 साल की मासूम बच्ची पर आवारा कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया। कुत्ते बच्ची को मुंह में दबाकर एक किनारे ले गए और नोच-नोच कर मार डाला। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि आवारा कुत्तों से हमलों के पीछे की वजहें क्या हैं? पूरी खबर पढ़ें…

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