चैतन्यानंद ने 50 दिन में 15 होटल बदले:सस्ते ठिकाने चुनता था, फोन पासवर्ड भूलने का नाटक किया; 17 स्टूडेंट्स के शोषण का आरोप

दिल्ली के श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट का पूर्व हेड, 62 साल का स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थसारथी गिरफ्तारी से पहले लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। पिछले 50 दिनों के दौरान उसने 15 होटल बदले। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह पुलिस से बचने के लिए बिना CCTV कैमरों वाले सस्ते होटलों में ठहरता था। वह उत्तर प्रदेश के धार्मिक शहरों वृंदावन, मथुरा में भी छिपा रहा। चैतन्यानंद के करीबी उसके लिए होटल चुनते थे। शनिवार को वह आगरा के एक होटल में ठहरा था। रविवार सुबह 3:30 बजे पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। पुलिस अब उसके करीबियों की तलाश कर रही है। चैतन्यानंद के पास से पुलिस को आईपैड और तीन फोन बरामद हुए। इनमें से एक फोन में छात्रावास के सीसीटीवी फुटेज हैं, जिसके जरिए वह छात्राओं पर नजर रखता था। सूत्रों ने बताया कि उसने पूछताछ में कहा कि वह अपने फोन और अन्य डिजिटल उपकरणों के पासवर्ड भूल गया है। इंस्टीट्यूट की 17 छात्राओं से यौन शोषण का आरोप
चैतन्यानंद पर इंस्टीट्यूट की 17 छात्राओं से यौन उत्पीड़न का आरोप है। उसके खिलाफ 4 अगस्त को वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई थी। तब वह इंस्टीट्यूट का प्रमुख था। उसे 9 अगस्त को पद से निष्कासित किया गया था। तब से वह फरार था। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को उससे इंस्टीट्यूट की छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों के मामले में पूछताछ की। उसे इंस्टीट्यूट के उस कमरे में ले जाया गया, जहां उस पर छात्राओं को बुलाने का आरोप है। हालांकि इस दौरान वह न तो जांच में मदद कर रहा था, न ही सवालों का ठीक से जवाब दे रहा था। शनिवार को आगरा पहुंचा था चैतन्यानंद
आगरा के जिस होटल से स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती को गिरफ्तार किया गया था, उसके रिसेप्शनिस्ट भरत ने बताया कि चैतन्यानंद शनिवार शाम करीब 4 बजे वहां पहुंचा। उसके ठहरने के दौरान उससे मिलने कोई नहीं आया। भरत ने कहा कि नाइट शिफ्ट में काम करने वाले कर्मचारी ने उसकी एंट्री की थी। रविवार सुबह लगभग 3:30 बजे दो पुलिसकर्मी आए जिन्होंने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का इंस्पेक्टर बताया। दोनों ने चैतन्यानंद से कमरे में जाकर 10 मिनट तक बात की और उसे अपने साथ ले गए। आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को निशाना बनाया
पुलिस के मुताबिक, चैतन्यानंद छात्राओं को धमकाकर, अश्लील मैसेज भेजकर और विदेश यात्रा का लालच देकर अपने जाल में फंसाता था। उसने कई बार स्टूडेंट को देर रात कमरे में बुलाया और कम ग्रेड देने की धमकी दी। जांच के दौरान बरामद वॉट्सएप मैसेज में सामने आया था कि चैतन्यानंद छात्राओं को “बेबी”, “आई लव यू”, “आई अडोर यू” जैसे मैसेज भेजता था। इसके साथ ही उनके बालों और कपड़ों की भी तारीफ करता था। पुलिस की जांच में ये भी सामने आया कि तीन महिला वार्डन और फैकल्टी भी आरोपी की मदद करती थीं। वे छात्राओं पर दबाव डालकर चैट्स डिलीट करवाती और उन्हें चुप रहने के लिए कहती थीं। आरोपी ने ईडब्ल्यूएस कोटे की छात्राओं को टारगेट किया क्योंकि वे आर्थिक रूप से कमजोर थीं और स्कॉलरशिप पर पढ़ रही थीं। 32 छात्राओं से पूछताछ हुई, जिनमें से 17 ने सीधे यौन उत्पीड़न-मानसिक प्रताड़ना की शिकायत दर्ज कराई। अब तक 16 छात्राएं मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज करा चुकी हैं। यह भी खुलासा हुआ कि कुछ छात्राओं को आरोपी की ओर से विदेश टूर का झांसा भी दिया गया था। छात्राओं को आशीर्वाद देने के बहाने छूता, घूरता था
संस्थान की 29 साल एक छात्रा ने बताया कि उसने यह संस्थान इसलिए चुना क्योंकि यह उसके बजट में था। एमबीए की फीस 6 लाख रुपए से भी कम थी। दाखिले के दूसरे दिन से ही अजीब लगने लगा। चैतन्यानंद आशीर्वाद देने के बहाने घूरता, मुस्कुराता और छूता था। जब मैंने सीनियर्स को बताया, तो उन्होंने उन दूसरी छात्राओं के बारे में बताया जिन्होंने इससे बदतर हालात झेले थे। आरोपी के खिलाफ पहले से आपराधिक मामले दर्ज स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के खिलाफ पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2009 में उसके खिलाफ दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में धोखाधड़ी और छेड़छाड़ का एक मामला दर्ज किया गया था। 2016 में वसंत कुंज में एक महिला ने उसके खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था। हालांकि चैतन्यानंद के निजी जीवन से जुड़ी ज्यादा जानकारी अभी सामने नहीं आई है। संस्थान में करोड़ों की हेराफेरी का आरोप
चैतन्यानंद ने 2010 के बाद शारदा इंस्टीट्यूट ट्रस्ट के समानांतर नया ट्रस्ट बनाकर संस्थान की मूल्यवान जमीन और फंड्स पर कब्जा करने की कोशिश की। आरोप है कि उसने 20 करोड़ रुपए नए ट्रस्ट में ट्रांसफर किए।

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