चंडीगढ़ में हवाई सेवा ठप, रनवे रिपेयर हो रहा:सिर्फ एक फ्लाइट उड़ी, दिल्ली के ट्रेनों की सीटें फुल, किराया 15 हजार पहुंचा

शहीद भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, चंडीगढ़ में रनवे रिपेयर का काम शुरू होने से मंगलवार को हवाई सेवाएं लगभग ठप रहीं। तय समय के मुताबिक सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक उड़ानें ऑपरेट होनी थीं, लेकिन सुरक्षा कारणों के चलते सिर्फ दिल्ली के लिए एक ही फ्लाइट उड़ान भर सकी। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अनुसार मंगलवार को कुल 54 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जबकि केवल एक फ्लाइट दिल्ली से आई और उसी विमान ने सवा 11 बजे वापसी उड़ान भरी। सामान्य दिनों में चंडीगढ़ से दिल्ली के बीच रोजाना 12 फ्लाइट संचालित होती हैं, लेकिन सिर्फ एक फ्लाइट चलने से यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। बुधवार से 3 महानगरों के लिए एक-एक फ्लाइट एयरपोर्ट के सीईओ अजय वर्मा ने बताया कि बुधवार से यात्रियों की सुविधा के लिए दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद के लिए एक-एक उड़ान के संचालन को सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि 7 नवंबर से विंटर शेड्यूल लागू होने के बाद सभी उड़ानें सामान्य रूप से संचालित होंगी। हवाई सेवा बाधित होने का असर अब रेल यात्राओं पर भी दिखने लगा है। दिल्ली जाने वाली वंदे भारत, शताब्दी और जन शताब्दी एक्सप्रेस की एक्जीक्यूटिव क्लास की सीटें फुल हो गईं। कई ट्रेनों में वेटिंग संख्या 15 से 20 तक पहुंच गई।यात्रियों की बढ़ती मांग के चलते रेलवे ने फ्लेक्सी फेयर लागू किया है, जिससे किराया भी तेजी से बढ़ा है। फ्लाइट किराया 15 हजार तक पहुंचा सिर्फ एक फ्लाइट ऑपरेट होने से एयरलाइन ने फ्लैक्सी फेयर लागू किया, जिससे दिल्ली-चंडीगढ़ रूट का किराया ₹15,000 तक पहुंच गया। सामान्य दिनों में यही किराया ₹4,000 से ₹5,000 के बीच रहता है। हवाई उड़ानें बंद होने से ट्राईसिटी से कूरियर और कार्गो की ढुलाई भी ठप हो गई है। एयरपोर्ट से रोजाना औसतन 40 क्विंटल पार्सल और दस्तावेज विभिन्न शहरों के लिए भेजे जाते थे, लेकिन अब ये कार्य अगले कुछ दिनों तक प्रभावित रहेंगे। अधिकारियों के मुताबिक, रनवे रिपेयर कार्य 6 नवंबर तक जारी रहेगा, जिसके बाद धीरे-धीरे सभी उड़ानों का संचालन सामान्य किया जाएगा। यात्रियों को सलाह दी गई है कि यात्रा से पहले एयरलाइन से उड़ान की पुष्टि अवश्य कर लें।

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