दिल्ली ब्लास्ट का सबसे क्लोज CCTV वीडियो:रेड लाइट पर 20+ गाड़ियों के परखच्चे उड़े, अफरा-तफरी मची; विस्फोट को सरकार ने आतंकी घटना माना

दिल्ली ब्लास्ट का सबसे पास का CCTV फुटेज सामने आया है। 10 सेकेंड के वीडियो में नजर आ रहा है कि लाल किला मेट्रो स्टेशन के रेड लाइट पर 20 से ज्यादा गाड़ियां खड़ी हैं। करीब 6 बजकर 51 मिनट पर सिग्नल ग्रीन होता है। जैसे ही गाड़ियां आगे बढ़ती है तभी अचानक एक रिक्शा के पीछे चल रही i20 कार में ब्लास्ट हुआ। जोरदार धमाका से आग की लपटें उठीं। चारों तरफ धुआं-धुआं हो गया। आसपास की ज्यादातर गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए। बाइक सवार जमीन पर गिर गए। लोग गाड़ियों से उतरकर भागते दिख रहे हैं। घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच जाती है। इधर केंद्र सरकार ने दिल्ली कार ब्लास्ट को आतंकी हमला माना है। बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लाल किला के पास हुए टेरर अटैक पर प्रस्ताव पारित किया गया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- देश ने एक जघन्य आतंकी घटना देखी। इसे राष्ट्र विरोधी ताकतों ने अंजाम दिया। जांच एजेंसियों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वहीं, दिल्ली धमाके में पुलिस को एक लाल रंग की ईको स्पोर्ट्स कार के शामिल होने की भी जानकारी मिली। बुधवार सुबह से इसे ढूंढ़ने के लिए 5 टीमें लगाई गईं। करीब 10 घंटे जांच के बाद यह कार (DL10-CK-0458) हरियाणा के खंडावली गांव में लावारिस मिली। इसका रजिस्ट्रेशन ब्लास्ट के मुख्य आरोपी उमर नबी के नाम पर है। फिलहाल FSL और NSG की टीम ने कार की जांच कर रही है। CCTV फुटेज की 2 तस्वीरें… ब्लास्ट से जुड़ी दूसरी गाड़ी की जांच जारी दरअसल, पुलिस ने आशंका जताई थी कि दिल्ली धमाके में शामिल आतंकियों के पास एक नहीं, बल्कि दो कारें थीं। फिर बुधवार को इसकी तलाश के लिए दिल्ली के साथ पड़ोसी राज्यों यूपी और हरियाणा में अलर्ट जारी किया गया था। हरियाणा के खंदावली गांव के पास बरामद गाड़ी की जांच के लिए NSG बॉम्ब स्क्वाड की टीम पहुंची है। गाड़ी अभी तक पूरी तरह से खोली नहीं गई है। सोर्स के अनुसार, गाड़ी आरोपी उमर नबी के ड्राइवर की बहन का घर के पास गाड़ी मिली। स्थानीय लोगों ने कहा- कार मंगलवार से यहां पर थी। दो साल से विस्फोट जमा कर रही थी शाहीन दिल्ली धमाका करने वाले आतंकियों का ग्रुप फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से संचालित हो रहा था। सूत्रों के मुताबिक धमाकों की साजिश जनवरी से की जा रही थी। फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. शाहीन शाहिद ने बताया कि वह पिछले दो साल से विस्फोटक जमा कर रही थी। शाहीन और उसके साथियों को मिलाकर एक व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल बनाया गया था। यानी इसमें पेशेवर लोगों को शामिल किया गया था। इसमें शामिल आतंकी जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद नाम के संगठनों जुड़े थे। घायलों से मिले पीएम मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार दोपहर भूटान से लौटे। वे एयरपोर्ट से सीधे LNJP अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने दिल्ली ब्लास्ट के घायलों के इलाज का जायजा लिया और डॉक्टरों से भी बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि साजिश को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। देशभर में रेलवे स्टेशन, मॉल में धमाकों की साजिश थी दिल्ली ब्लास्ट को अंजाम देने वाले आतंकियों ने देशभर में 200 बम (IEDs) से 26/11 जैसे हमले करने की साजिश रची थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली के लाल किला, इंडिया गेट, कॉन्स्टिट्यूशन क्लब और गौरी शंकर मंदिर जैसी जगह धमाके किए जाने थे। आतंकियों के टारगेट पर गुरुग्राम और फरीदाबाद के साथ देशभर के रेलवे स्टेशनों और बड़े मॉल्स भी थे। जांच एजेंसियों का कहना है कि वे धार्मिक स्थलों पर हमला कर देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने कश्मीर के पुलवामा, शोपियां और अनंतनाग के डॉक्टरों को चुना, ताकि वे बिना रोकटोक कहीं भी जा सकें।
दो तस्वीरें – धमाके के बाद के हालात… 10 नवंबर: धमाके के बाद अफरातफरी मची 12 नवंबर: घटनास्थल को घेरा गया, जांच जारी दिल्ली धमाके से जुड़े 4 अपडेट्स… कार धमाका सुसाइड कार बॉम्बिंग जैसा हमला नहीं था सूत्रों के अनुसार, कार ने किसी टारगेट को टक्कर नहीं मारी, न किसी बिल्डिंग में घुसी, यानी यह सुसाइड कार बॉम्बिंग जैसा हमला नहीं था। उमर विस्फोट में मारा जा चुका है। पुलिस ने उसकी मां का DNA सैंपल लिया है, ताकि धमाके के अवशेष में मिले शव के टुकड़ों की पहचान हो सके। लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास सोमवार शाम करीब 6.52 बजे सफेद i20 कार में ब्लास्ट हुआ था। इसमें 12 लोगों की मौत हुई। सूत्रों का कहना है कि कार में विस्फोट सामाग्री वही थी, जो फरीदाबाद से 10 नवंबर को धमाके से पहले जब्त की गई थी। मैप से समझिए धमाके की लोकेशन दिल्ली धमाके से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *