दिल्ली में गुरुवार से प्रदूषण के खिलाफ सख्त नियम लागू हो गए। इसके बावजूद शुक्रवार को लगातार छठे दिन हवा बेहद खराब रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सुबह करीब 8 बजे दिल्ली में एयर क्वालिटी (AQI) 387 दर्ज किया गया। शहर में हवा की गुणवत्ता गुरुवार की तुलना में और भी बिगड़ गई है। कल शाम 4 बजे शहर का AQI 373 था। प्रदूषण के साथ शहर के ज्यादातर हिस्से जहरीले धुंध (स्मॉग) की चपेट में हैं। आईटीओ, गाजीपुर, पालम और ग्रेटर नोएडा के आसपास के इलाके भी धुंध की मोटी परत से घिरे रहे। दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर आज दिन भर के लिए 152 फ्लाइट्स कैंसिल हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार, कैंसिल होने वाली फ्लाइट्स में 79 दिल्ली से जाने और 73 आने वाली फ्लाइट्स हैं। इनमें 4 इंटरनेशनल फ्लाइट्स भी शामिल हैं। कई उड़ानें घंटों देरी से चल रही हैं। एअर इंडिया, इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी कई एयरलाइनों ने उड़ानें प्रभावित होने की आशंका को लेकर यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इससे पहले गुरुवार को धुंध के कारण एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी 100 मीटर से भी कम रह गई। इसके चलते 27 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। 100 से अधिक विमान देरी से उड़े। 80 से अधिक ट्रेन लेट हो गईं। दिल्ली में एक दिन में 3746 वाहनों का चालान कटा दिल्ली में गुरुवार से ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का चौथा फेज लागू हो गया। इसके तहत दिल्ली में सिर्फ BS-6 इंजन वाली गाड़ियों को एंट्री मिल रही है। BS-6 मानक से पुराने बाहरी वाहनों की एंट्री रोक दी गई है। दिल्ली में ‘नो PUC, नो फ्यूल’ नियम भी लागू हो गया है, जिसके तहत पॉल्युशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट के बिना गाड़ियों को पेट्रोल, डीजल या CNG नहीं दिया जाएगा। ‘नो PUC-नो फ्यूल’ के तहत गुरुवार को 3,700 गाड़ियों के चालान काटे। 570 वाहन बॉर्डर से वापस भेजे। ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग ने एंट्री पॉइंट्स पर पांच हजार वाहनों की जांच की।
दो दिन में 61000 नए पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बने इस कार्रवाई के बीच PUCC की मांग में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई। 17 और 18 दिसंबर के बीच 61,000 से ज्यादा सर्टिफिकेट जारी किए गए। सिरसा ने कहा कि आंकड़े सख्त कार्रवाई के साथ-साथ बढ़ते जन सहयोग को भी दिखाते हैं। उन्होंने बताया कि बॉर्डर से वाहनों को लौटाने के बाद बाहरी वाहनों की एंट्री में साफ कमी आई है। साथ ही, प्रभावी क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण के लिए पड़ोसी राज्यों के साथ समन्वय जरूरी है। दिल्ली सरकार ने कहा कि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई गंभीर वायु प्रदूषण के दौरान उत्सर्जन घटाने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। इसमें सड़क की धूल, औद्योगिक प्रदूषण और कचरा प्रबंधन से जुड़े उपाय भी शामिल हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी कि आने वाले दिनों में भी कार्रवाई जारी रहेगी। वाहन मालिकों से अपील की गई है कि जुर्माने और असुविधा से बचने के लिए अपने उत्सर्जन प्रमाणपत्र अपडेट रखें। सरकार बोली- GRAP-4 लागू होने के बाद दिल्ली में ट्रैफिक घटा दिल्ली सरकार ने कहा है कि GRAP-4 के तहत प्रदूषण नियंत्रण उपायों को सख्ती से लागू किए जाने के बाद शहर की सड़कों पर वाहनों की आवाजाही में कमी आई है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कैबिनेट सहयोगियों और संबंधित विभागों से मिले फीडबैक की समीक्षा की। समीक्षा में सामने आया कि लागू किए गए उपायों का जमीनी स्तर पर सकारात्मक असर पड़ा है। दिल्ली सरकार ने कहा कि वह वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के निर्देशों का पूरी तरह पालन कर रही है। फिलहाल राजधानी में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान- 4 (GRAP-4) लागू है। इसके तहत गहन निरीक्षण और सख्त प्रवर्तन अभियान चलाए जा रहे हैं। केंद्र सरकार बोली- हाई AQI से फेफड़ों की बीमारियों का कोई ठोस आंकड़ा नहीं इधर, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में बताया कि हाई AQI के कारण फेफड़ों की बीमारियां होती हैं, इसका कोई ठोस डेटा सरकार के पास नहीं है। पर्यावरण मंत्री भाजपा सांसद लक्ष्मीकांत बाजपेयी के सवाल का जवाब दे रहे थे। लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने पूछा था कि हाई AQI में लंबे समय तक रहने से फेफड़ों में फाइब्रोसिस हो रहा है। क्या सरकार के पास इसकी जानकारी है। केंद्रीय मंत्री ने अपने जवाब में कहा- सरकार के पास ऐसा कोई डेटा नहीं है जो हाई AQI और फेफड़ों की बीमारियों के बीच सीधे संबंध को साबित करता हो। हालांकि उन्होंने माना कि प्रदूषण सांस से जुड़ी बीमारियों का अहम कारण है। —————————— दिल्ली सहित 5 राज्यों में आज घना कोहरा:यूपी के 8 जिलों में स्कूल बंद; बिहार में 8 फ्लाइट कैंसिल, दो जगह गाड़ियां टकराईं दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार में आज घना कोहरा छाया है। मौसम विभाग ने पांचों राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यूपी और बिहार में राज्य सरकार ने लोगों से बेवजह घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की है। यूपी के बरेली, कानपुर, कासगंज, औरैया और जौनपुर में 20 दिसंबर तक स्कूल बंद कर दिए गए हैं। पूरी खबर पढ़ें…