दिल्ली में दिवाली बाद पॉल्यूशन 5 साल में सबसे ज्यादा:AQI 400 पार; दिल्ली के मंत्री बोले- पंजाब में पराली जलाने से प्रदूषण बढ़ा

दिल्ली में दिवाली के बाद हवा की गुणवत्ता में तेजी से गिरावट हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिवाली के बाद दिल्ली की हवा में प्रदूषण के छोटे-छोटे कण (PM2.5) का लेवल पिछले पांच सालों में सबसे ज्यादा बढ़ गया है। दिवाली के बाद के 24 घंटों में हवा में PM2.5 लेवल 488 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया। त्योहार से पहले यह 156.6 माइक्रोग्राम था। वहीं, साल 2021 में दिवाली के बाद दिल्ली में PM2.5 लेवल 454.5 था। यह 2022 में 168, 2023 में 319.7 और 2024 में 220 दर्ज किया गया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ, दिल्ली-NCR में दीवाली में पूरी रात आतिशबाजी हुई। इसके कारण मंगलवार सुबह दिल्ली-NCR की हवा जहरीली हो गई। CPCB के मुताबिक, द्वारका में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 417 पहुंच गया। अशोक विहार में 404, वजीरपुर में 423 और आनंद विहार में 404 AQI रहा। इधर, दिल्ली की भाजपा सरकार में पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने पंजाब सरकार को प्रदूषण बढ़ने का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंजाब में पराली जलाने के वीडियो दिखाते हुए कहा- पंजाब की AAP सरकार ने किसानों को खेतों में पराली जलाने के लिए मजबूर किया, जिससे दिल्ली की हवा खराब हुई। सुप्रीम कोर्ट ने रात 8 से 10 बजे तक पटाखों की इजाजत दी थी दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने 15 अक्टूबर को दिल्ली-NCR में 18 से 21 अक्टूबर तक ग्रीन पटाखे बेचने और फोड़ने की इजाजत दी थी। कोर्ट ने कहा था कि 4 दिनों के दौरान, लोग सुबह 6 बजे से 7 बजे तक और रात में 8 बजे से 10 बजे तक, यानी कुल तीन घंटे ही ग्रीन पटाखे फोड़ सकेंगे। हालांकि, दिल्ली-NCR में दीवाली पर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ीं। लोगों ने सुबह से लेकर देर रात तक पटाखे फोड़े। इससे मंगलवार सुबह दिल्ली में घनी धुंध छा गई। रात में भारी मात्रा में पटाखे फोड़े जाने के बाद एयर क्वालिटी रेड जोन में चली गई। हरियाणा के 15 जिलों में 500 तक पहुंचा, राजस्थान में भी हवा खराब वहीं, हरियाणा में सोमवार रात 12 तक 15 जिलों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) खतरनाक स्तर यानी 500 तक पहुंच गया था। मंगलवार सुबह रोहतक में AQI 320, नारनौल में 311, बहादुरगढ़ में 306 रिकॉर्ड किया गया है। इधर, राजस्थान में आज सुबह 8 बजे तक ओवरऑल AQI 243 रहा। भिवाड़ी में राज्य में सबसे ज्यादा AQI 318 रिकॉर्ड किया गया। 200 से ऊपर AQI ‘खराब’ कैटेगरी में आता है। दिवाली की अगली सुबह दिल्ली-हरियाणा में प्रदूषण की 4 तस्वीरें… अन्य राज्यों से 2 तस्वीरें…. जाने GRAP के स्टेज GRAP-I लागू, N95 या डबल सर्जिकल मास्क पहनने की सलाह GRAP-I तब सक्रिय होता है जब AQI 200 से 300 के बीच होता है। इसके तहत, एनसीआर में सभी संबंधित एजेंसियों को 27 निवारक उपायों को सख्ती से लागू किया जाना है। इनमें एंटी-स्मॉग गन का उपयोग, पानी का छिड़काव, सड़क निर्माण, मरम्मत परियोजनाओं और रखरखाव गतिविधियों में धूल नियंत्रण करना शामिल हैं। गाजियाबाद के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. शरद जोशी ने बचाव के लिए सभी को बाहरी गतिविधियों के दौरान N95 या डबल सर्जिकल मास्क पहनने की सलाह दी है। प्रदूषण की वजह पराली जलाना, इसे रोकने के लिए कानून भी बना उत्तर और मध्य भारत में दिवाली के बाद पराली जलाने का सिलसिला शुरू हो जाता है। इस वजह से प्रदूषण बढ़ने की रफ्तार भी तेज होने लगती है। दिल्ली के सबसे नजदीक हरियाणा और पंजाब में सबसे ज्यादा पराली जलाई जाती है। 2015 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने पराली जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था। इससे किसानों को पराली का सफाया करने में परेशानी होने लगी। केंद्र सरकार ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) अधिनियम 2021 के तहत पराली जलाने पर नियम लागू किए। इसके मुताबिक 2 एकड़ से कम जमीन पर पराली जलाने पर 5,000 रुपए जुर्माने का प्रावधान है। 2 से 5 एकड़ जमीन पर 10,000 रुपए और 5 एकड़ से ज्यादा जमीन पर पराली जलाने पर 30,000 रुपए का जुर्माना लगता है। …………………………………… ये खबर भी पढ़ें… दिल्ली-NCR में ग्रीन पटाखे बेचने-फोड़ने की इजाजत:18 से 21 अक्टूबर तक परमिशन; CJI बोले- पर्यावरण से समझौता नहीं, बैलेंस अप्रोच अपनानी होगी सुप्रीम कोर्ट ने 15 अक्टूबर को दिल्ली-NCR में ग्रीन पटाखे बेचने और फोड़ने की इजाजत दे दी। हालांकि, ये परमिशन 18 से 21 अक्टूबर तक के लिए है। इस दौरान, लोग सुबह 6 बजे से 7 बजे तक और रात में 8 बजे से 10 बजे तक, यानी कुल तीन घंटे ही ग्रीन पटाखे फोड़ सकेंगे। पूरी खबर पढ़ें…

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